About कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं
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अकबर का गुस्सा
गुरूजी की इस बात को सुनकर शिष्य अत्यत दुखी हुआ. उसे गुरूजी द्वारा ऐसे शब्द कहें जाने की उम्मीद नहीं थी। और वह शिष्य अपने आप को ज्ञानवान अक्लमंद भी समझता था सो उसके अहम को बहुत ठेस पंहुचा।
जीवन के अद्भुत रहस्य गुरू गौर गोपाल दास
एक बार एक बेटी ने अपने पिता से शिकायत की कि उसका जीवन दयनीय था और उसे नहीं पता की उसे आगे क्या करना है।
पेंड पर बैठा उल्लू हंस हंसिनी की इन बातों को सुन रहा था।
आपको कुछ खरीदना होता तो आप इसे आसानी से उपयोग कर सकते थे।”
“At forty a long time old, and having struggled with weight problems all my lifetime (I was at five’six″ and weighed 360 kilos), I shed and retained off more than one hundred eighty lbs . by making use of hypnosis. I didn’t want to spend my full life remaining unhappy, depressed and obese. I couldn’t stand it any more And that i understood if I didn’t change I used to be likely to die. I required far more. I wished to be happy, healthful and filled with love and lifestyle. From that point of view, I started on my journey to change how my mind believed and labored.
तेनालीराम की चतुराई और काशी का विद्वान् – तेनालीराम की कहानी
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कृष्ण ने सुदामा को गले लगाकर उनका स्वागत किया और उनके साथ अत्यंत प्रेम और सम्मान का व्यवहार किया। सुदामा, कृष्ण के लिए मिले गरीब आदमी के चावल के नाश्ते से शर्मिंदा हैं, इसे छिपाने की कोशिश करते हैं। लेकिन सर्वज्ञ कृष्ण सुदामा से उनका वरदान मांगते हैं और अपने पसंदीदा चावल स्नैक्स खाते हैं जो उनके दोस्त उनके लिए लाते हैं।
ठीक इसी प्रकार अगर आप किसी बुरे चीज़ में भी सिर्फ अच्छाइयों को देखते हो उस अच्छाइयों को बारें में चिंतन करते हो तब आपमें उस अच्छाई का कुछ here अंश समाहित हो जाता है।
अंडा नाजुक था, पतली बाहरी खोल के साथ अपने तरल इंटीरियर की रक्षा जब तक यह उबलते पानी में नहीं डाला गया था। फिर अंडे के अंदर का हिस्सा सख्त हो गया।
एक प्रोफ़ेसर क्लास ले रहे थे. क्लास के सभी छात्र बड़ी ही रूचि से उनके लेक्चर को सुन रहे थे.
आप इन कहानियों को पढ़कर और इनसे सीखकर अपनी सफलता की कहानी लिख सकते हैं।